Aarti

Ganesh Ji Ki Aarti Marathi | गणेश जी की आरती मराठी

Ganesh Ji Ki Aarti Marathi | गणेश जी की आरती मराठी

Ganesh Ji Ki Aarti Marathi | गणेश जी की आरती मराठी

Ganesh Ji Ki Aarti Marathi | गणेश जी की आरती मराठी भगवान श्री गणेश जी को रिद्धि और सिद्धि का देवता माना गया है। किसी भी शुभ कार्य से पहले या किसी भी पूजा से पहले भगवान श्री गणेश की पूजा और स्तुति की जाती है। भगवान श्री गणेश जी प्रथम पूज्य हैं। किसी भी कार्य से पहले अगर भगवान श्री गणेश जी की स्तुति और पूजा की जाती है। तो श्री गणेश जी की कृपा से वह कार्य सुचारू रूप से संपन्न हो जाता है।

सुखकर्ता दुखहर्ता वार्ता विघ्नाची |
नुरवी पूर्वी प्रेम कृपा जयाची ||
सर्वांगी सुंदर उटी शेंदुराची |
कंठी झळके माळ मुक्ताफळाची ||

जय देव जय देव जय मंगलमूर्ती |
दर्शनमात्रे मनकामना पुरती ||

रत्नखचित फरा तूज गौरीकुमरा |
चंदनाची उटी कुंकुमकेशरा ||
हिरे जडित मुकुट शोभतो बरा |
रुणझुणती नुपुरे चरणी घागरिया ||

जय देव जय देव जय मंगलमूर्ती |
दर्शनमात्रे मनकामना पुरती ||

लंबोदर पितांबर फनी वरवंदना |
सरळ सोंड वक्रतुंड त्रिनयना ||
दास रामाचा वाट पाहे सदना |
संकटी पावावे निर्वाणी रक्षावे सुरवंदना ||

जय देव जय देव जय मंगलमूर्ती |
दर्शनमात्रे मनकामना पुरती ||

Shri Ganesh Ji Ki Aarti Lyrics in Marathi

Sukhkarta Dukhharta Vaarta Vighnachi |
Nurvi Purvi Prem Krupa Jayachi ||
Sarvangi Sundar Uti Shendurachi |
Kanti Jhalke Mal Mukataphalaanchi ||

Jaidev Jaidev Jai Mangal Murti |
Darshan Maatre Man Kaamna Purti |

Ratnakhachit Phara Tujh Gaurikumra |
Chandanaachi Uti Kumkumkeshara ||
Hirejadit Mukut Shobhato Bara |
Runjhunati Nupure Charani Ghagriya ||

Jaidev Jaidev Jai Mangal Murti |
Darshan Maatre Man Kaamna Purti ||

Lambodar Pitaambar Phanivarvandana |
Saral Sond Vakratunda Trinayana ||
Das Ramacha Vat Pahe Sadana |
Sankati Pavave Nirvani Rakshave Survarvandana ||

Jaidev Jaidev Jai Mangal Murti |
Darshan Maatre Man Kaamna Purti |

गणेश शक्तियाँ क्या हैं?

गणेश अपने बड़े हाथी के सिर और पॉट-बेल्ड मानव शरीर के साथ सबसे विशिष्ट हिंदू देवताओं में से एक हैं। वह बाधाओं को दूर करने और सफलता सुनिश्चित करने या उन लोगों के लिए रुकावटें पैदा करने के लिए पर्याप्त शक्तिशाली होने की दोहरी भूमिका निभाता है जिनकी महत्वाकांक्षा विनाशकारी हो गई है ।

गणेश भाई कौन था?

कार्तिकेय के अलावा गणेशजी के अन्य भाइयों के नाम हैं- सुकेश, जलंधर, अयप्पा, भूमा, अंधक और खुजा।

गणेश जी की कितनी शादी हुई?

Ganesh ji Ke Do Vivah: आज के इस लेख में जानेंगे कि क्यों भगवान गणेश ने दो विवाह (Double Marriage) किए

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Most Popular

To Top